Friday, May 1, 2009

भोजपुरिया खलनायक अवधेश मिश्रा


असल खलनायक ऊ हऽ जेकरा के पर्दा पर देखते पूरा हाल गरियावे लागे. जेकरा नाम पर केहू अपना बच्चा के नाम ना राखे चाहे. बाकिर उ कवनो सुपर स्टार से कम मशहूर ना होला. फिलिम के सफलता में ओकरो योगदान ओतने खास होला जतना कि कवनो चाकलेटिया हीरो के.
भोजपुरी सिनेमा के तीन गो मशहूर स्टार का संगे एगो खलनायको के नाम दर्शकन का जबान पर चढ़ गइल बा, अवधेश मिश्रा के. तीन साल का अपना फिल्मी कैरियर में अवशेध मिश्रा भोजपुरी फिल्मन में खलनायकी के एगो नया आयाम दिहले बाड़न.
'कहाँ जइबऽ राजा नजरिया लड़ाई के' खातिर सर्वश्रेष्ठ खलनायक के पुरस्कार जीत चुकल अवधेश मिश्रा बिहार के सीतामढ़ी जिला के हउवन. लड़िकाइयें से अभिनय के शौकीन अवधेश पहले र्गमंच पर आपन अभिनय क्षमता देखवलन. पहिले पटना रंगमंच पर फेरु दिल्ली रंगमंच पर. दस साल तक मुंबई में मशक्कत करिके फिल्म इण्डस्ट्री में आपन जगह बनवलन. पहिलका फिल्म 'दुल्हा अइसन चाहीं' में उनुकर खलनायकी देख के भोजपुरी सिनेमा के आपन कमी खतम होत लउकल आ ओकरा बाद से दर्जन भर फिलिम में अवधेश मिश्रा अपना खलनायकी के लोहा मनवा चुकल बाड़न. जइसे कि 'गंगा तोहार पानी अमृत', 'सुहाग', 'रंगीला बाबू' वगैरह.
अवधेश के आदर्श हिन्दी सिनेमा के मशहूर खलनायक प्राण हवन. अवधेश के तमन्ना बा कि भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्री बालीवुडो से आगा जाव.
अवधेश मिश्रा के आवे वाला फिलिम बाड़ी स 'भोजपुरिया डॉन', 'विधाता', 'आपन माटी आपन देश,' 'बिहारी माफिया,' 'लागल रहऽ ऐ राजा जी'।

साभार - अंजोरिया.com

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