Thursday, May 27, 2010

असल खलनायक हऽ जेकरा के पर्दा पर देखते पूरा हाल गरियावे लागे. जेकरा नाम पर केहू अपना बच्चा के नाम ना राखे चाहे. बाकिर कवनो सुपर स्टार से कम मशहूर ना होला. फिलिम के सफलता में ओकरो योगदान ओतने खास होला जतना कि कवनो चाकलेटिया हीरो के.
भोजपुरी सिनेमा के तीन गो मशहूर स्टार का संगे एगो खलनायको के नाम दर्शकन का जबान पर चढ़ गइल बा, अवधेश मिश्रा के यानि हमार . चार साल का अपना फिल्मी कैरियर में हम अवशेध मिश्रा भोजपुरी फिल्मन में खलनायकी के एगो नया दिहले बानी .
'कहाँ जइबऽ राजा नजरिया लड़ाई के' और हाल में ओढनिया कमाल करे खातिर सर्वश्रेष्ठ खलनायक के पुरस्कार जीत चुकली हम बिहार के सीतामढ़ी जिला के सुतिहरा गाँव के मूल निवासी बानीलड़िकाइयें से अभिनय के शौकीन हम पहले रंगमंच पर आपन अभिनय क्षमता देखावनी . पहिले पटना रंगमंच पर फेरु दिल्ली रंगमंच पर. दस साल तक मुंबई में मशक्कत करिके फिल्म इण्डस्ट्री में आपन जगह बनवनी . हमार पहिलका फिल्म 'दुल्हा अइसन चाहीं' रहे , ओकरा बाद हम दू दर्ज़न से जादा फिल्मान में काम कर चुकल बानीरौवा लोगन के आशीर्वाद रही हम आपण माती के क़र्ज़ जरूर चुकायम । हमार आदर्श हिन्दी सिनेमा के मशहूर खलनायक प्राण हवन. अवधेश के तमन्ना बा कि भोजपुरी फिल्म इण्डस्ट्री बालीवुडो से आगा जाव.
अवधेश मिश्रा के आवे वाला फिलिम बाड़ी 'भोजपुरिया डॉन', 'विधाता', 'आपन माटी आपन देश,' 'बिहारी माफिया,' 'लागल रहऽ राजा जी'

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